
नागपुर. जिन जिलों में जिला सहकारी बैंक का नेटवर्क सशक्त रूप से कार्यरत है, वहां के किसान अधिक समृद्ध होते हैं। साथ ही, उन जिलों में कृषि आधारित उद्योगों को भी मजबूती मिलती है। इसी सोच के तहत नागपुर जिले के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए आज से जिला सहकारी बैंक का संस्थागत प्रशासन महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक को सौंपा गया है। इससे किसानों की प्रगति का मार्ग और अधिक विस्तृत होगा। यह विश्वास मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यक्त किया। नागपुर जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक को संस्थागत प्रशासक नियुक्त करने के अवसर पर आयोजित समारोह में वे बोल रहे थे। गुड़ी पड़वा के शुभ अवसर पर नागपुर जिला सहकारी बैंक के सभागार में इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राजस्व मंत्री एवं पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, सहकार राज्य मंत्री पंकज भोयर, वित्त एवं योजना, कृषि तथा पुनर्वास राज्य मंत्री आशीष जैस्वाल, विधायक आशीष देशमुख, विधायक चरणसिंह ठाकुर, सहकार आयुक्त दीपक तावरे, प्रशासक विद्याधर अनास्कर सहित कई गणमान्य उपस्थित थे। नागपुर जिला सहकारी बैंक, जिसे जिले के किसानों के लिए एक विश्वसनीय बैंक माना जाता है, कुछ वर्ष पहले आर्थिक घोटाले की चपेट में आ गई थी। 2015 से 2019 के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मार्गदर्शन में बैंक को इस संकट से उबारने के लिए कई प्रयास किए गए। उस दौरान सरकार ने 300 करोड़ रुपये की सहायता राशि भी प्रदान की, लेकिन बैंक पूरी तरह से संकट से बाहर नहीं निकल पाई। विधायक आशीष देशमुख द्वारा प्रशासक पद की नियुक्ति की मांग को ध्यान में रखते हुए, यह नया कदम उठाया गया है। सहकार आयुक्तालय ने आश्वासन दिया है कि अगले डेढ़ साल में नागपुर जिला सहकारी बैंक आर्थिक रूप से लाभदायक स्थिति में आ जाएगी. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुड़ी पड़वा के अवसर पर नागपुर जिले के किसानों को एक महत्वपूर्ण तोहफा दिया है। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के रूप में नागपुर जिला सहकारी बैंक को एक मजबूत सहयोगी मिला है। आगामी दो वर्षों में यह बैंक न केवल लाभ में आएगी, बल्कि जिले में सहकारी क्षेत्र का नेटवर्क भी अधिक सशक्त होगा। यह विश्वास केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने व्यक्त किया। विधायक आशीष देशमुख ने किसानों से अपील की कि वे जिला सहकारी बैंक में सावधि जमा करें और आकर्षक योजनाओं का लाभ उठाएं. कार्यक्रम की शुरुआत प्रशासक विद्याधर अनास्कर के प्रस्ताविक भाषण से हुई। उन्होंने बताया कि शीर्ष बैंक, जिला बैंक और विभिन्न सहकारी संस्थाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इस वर्ष महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक ने 52,000 करोड़ रुपये के वित्तीय लेन-देन का लक्ष्य पार कर लिया है और 650 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ अर्जित किया है।