
भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की अध्यक्षा प्रगती पाटील ने हाल ही में बदलापूर घटना को लेकर महाविकास आघाडी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पाटील ने कहा कि ‘लाडकी बहिण’ योजना को लेकर नागरिकों से मिल रहे प्रचंड समर्थन से घबराए हुए महाविकास आघाडी के नेताओं ने बदलापूर घटना का राजनीतिकरण करना शुरू कर दिया है। उनका आरोप है कि इस घटना का उपयोग राज्य में अशांति फैलाने और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है।
पाटील ने यह भी कहा कि शरद पवार द्वारा महाराष्ट्र का मणिपुर बनने की भविष्यवाणी करने के बाद राज्य में फैल रही अशांति एक संयोग नहीं बल्कि एक साजिश है। उन्होंने राज्य के नागरिकों से अपील की है कि वे महाविकास आघाडी की इस हिन राजनीति का शिकार न बनें और राज्य में शांति बनाए रखें।
सौ पाटील ने बताया कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए अत्याचार पर महाविकास आघाडी ने निंदा तक नहीं की। बदलापूर घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आरोपियों को कठोर सजा दिलाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी, लापरवाह पुलिस अधिकारियों की बर्खास्तगी, और विशेष जांच टीम का गठन। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की सुनवाई के लिए विशेष सरकारी वकीलों की नियुक्ति की गई है। इन सब के बावजूद, महाविकास आघाडी राज्य में हिंसा फैलाने के लिए बंद का आह्वान कर रही है।
प्रगती पाटील ने महाविकास आघाडी की अडीच साल की सरकार के दौरान महिलाओं पर हुए अत्याचारों की भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि संभाजीनगर में मेहबूब शेख ने नौकरी का झांसा देकर एक युवती के साथ बलात्कार किया, और उसे पुलिस द्वारा संरक्षण मिला। हिंगणघाट में एक प्राध्यापिका को पेट्रोल डालकर जलाया गया, और डोंबिवली में 14 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ। इन घटनाओं के दौरान उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, लेकिन बीजेपी ने तब बंद नहीं बुलाया।
पाटील ने कहा कि लाडकी बहिण योजना को लेकर महाविकास आघाडी के नेताओं में डर है, और इसीलिए वे इसे बंद कराने की कोशिश कर रहे हैं। बदलापूर में हुए प्रदर्शन में लाडकी बहिण योजना के पोस्टर दिखाए गए थे, जो यह संकेत देता है कि आंदोलन में घुसकर राजनैतिक ताकतें योजना को बदनाम करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस योजना को सफल बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
सौ पाटील ने यह भी याद दिलाया कि 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार और महाविकास आघाडी की सरकार के दौरान महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं जनता के सामने हैं।इस पत्रकार परिषद मे पूर्व महापौर अर्चना डेहनकर, वैशाली चोपडे व बी जे पी महिला मोर्चा की पदाधिकारी उपस्थित थी
