
Desk News/महाराष्ट्र के पेंच व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत अमलतास वनपर्यटन संकुल, सिल्लारी में 4 सितंबर को वन संरक्षण में पुलिस पाटिलों की भूमिका पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में रामटेक, देवलापार, पारशिवनी और सावनेर क्षेत्रों से पुलिस पाटिलों ने सक्रिय भागीदारी की।
कार्यशाला की अध्यक्षता नागपुर ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार और पेंच व्याघ्र प्रकल्प के उपसंचालक प्रभु नाथ शुक्ल ने की। इनके साथ नागपुर के वन अधिकारी, दक्षता श्री कोडापे और वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसायटी ऑफ इंडिया (WSPI) के निदेशक नितिन देसाई भी उपस्थित थे। वन अधिकारियों ने पुलिस पाटिलों को वन्यजीव संरक्षण में उनकी भूमिका, जैसे गुप्तचर जानकारी देना, मानव-वन्यजीव संघर्ष की जानकारी समय पर देना और शिकार रोकथाम में मदद करना, पर मार्गदर्शन दिया। नितिन देसाई ने गुप्त सूचना देने वालों के लिए गुप्त निधि योजना की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार ने पुलिस पाटिलों को वन्यजीवों की सुरक्षा में उनकी भूमिका की महत्ता बताई और वन विभाग के साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया। उपसंचालक प्रभु नाथ शुक्ल ने इको-डेवलपमेंट समितियों के साथ समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यशाला ने वन विभाग और स्थानीय कानून व्यवस्था के बीच सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित किया।