
नागपुर. मनपा प्रशासन ने उष्माघात प्रतिंबधक उपाययोजना के तहत 9 स्थानों पर चौराहों पर ग्रीन शेड लगाने का प्रस्ताव बनाया गया है। यातायात विभाग को तत्काल प्रायोगिक तौर पर रिजर्व बैंक चौराहे पर ग्रीन शेड लगाने का निर्देश दिया गया है। यहां यातायात व्यवस्था की समीक्षा करने के बाद अन्य स्थानों पर ग्रीन शेड लगाया जाएगा। प्रस्तावित स्थानों में जीपीओ चौक, लॉ कालेज चौक, तुकड़ोजी पुतला, कमाल टॉकिज चौक, शंकर नगर चौक, सक्करदरा चौक, माटे चौक और टेलीफोन एक्सचेंज चौक को शामिल किया गया है। साथ ही शहर के उद्यानों को दोपहर में खुला रखने, सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ भी शुरू किए गए हैं।
10 स्थानों पर बेड आरक्षित उष्माघात को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मनपा के तीन सहित सहित 10 अस्पतालों में कोल्ड वार्ड बनाए हैं। मनपा के गांधी नगर स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल, इमामवाड़ा के आइसोलेशन अस्पताल और पांचापावली अस्पताल में 5 बेड को कोल्ड वार्ड के रूप में रखा गया है। इसके अलावा मेडिकल, मेयो, ईएसआईसी अस्पताल, शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, आसी नगर में डॉ बाबासाहब आंबेडकर अस्पताल, सेंट्रल रेलवे अस्पताल और डागा अस्पताल में दो-दो बेड आरक्षित रखे गए हैं। मनपा प्रशासन की ओर से उष्माघात का परीक्षण करने के लिए 60 घरों पर प्रयोग किया जा रहा है। इसके तहत लकड़गंज जोन के हिवरी नगर में 60 घरों का चयन किया गया है, इनमें से 30 घरों को हीट रेजिस्टेंट पेंट लगाया गया है। पेंट की बदौलत घरों के 5 से 6 डिग्री तापमान में कमी काा सामान्य घरों के साथ मूल्यांकन किया जाएगा। इन घरों के साथ ही 30 सामान्य घरों को भी सर्वेक्षण शामिल किया गया है। 30 पेंट लगे घरों का इस सप्ताह के अंत में तीन दिन तक मशीनों से मूल्यांकन किया जाएगा। शहर में बेघर नागरिकों की की सुरक्षा के लिए उष्माघात प्रतिबंधात्मक उपाययोजना में बेघरों की खोज कर उन्हें निवारा केंद्र में पहुंचाया जा रहा है। मनपा आयुक्त के निर्देश पर समाज विकास विभाग की उपायुक्त डॉ. रंजना लाडे के नेतृत्व में अभियान शुरू किया गया है। शहर के सार्वजनिक स्थानों से बेघरों को खोज कर निवारा में लाकर नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की जा रही है। उष्माघात से जीवित हानि को रोकने के लिए रास्ते, बाजार, बस स्थानक, दवाखानों के साथ ही अन्य सार्वजनिक स्थानों पर खोज की जा रही है। शहर में 400 लोगों के निवास क्षमता के 6 बेघर निवारा केंद्रों की व्यवस्था की गई है।
शहर में तापमान के बढ़ने से नागरिकों को दिक्कत हो रही है, लेकिन अब तक शहर में उष्माघात के एक भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है। नागरिकों में जनजागरण सहित उपाययोजना को लेकर लगातार प्रयास हाे रहा है। उष्माघात से सुरक्षा के लिए बेहतर उपाय यह है कि, अत्यंत आवश्यक होने पर धूप में जाने पर शरीर को ढंककर और शरीर में पानी के स्तर को बनाएं रखें। -डॉ गोवर्धन नवखरे, संक्रमण रोग अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, मनपा