नागपुर. नागपुर जिले में महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी (महावितरण) द्वारा की गई विशेष कार्रवाई में वित्तीय वर्ष 2024-25 (1 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025) के दौरान कुल 4,196 गंभीर बिजली चोरी के मामले सामने आए हैं। इस चोरी के कारण महावितरण को करीब 7 करोड़ 19 लाख 54 हजार रुपये की क्षति हुई है, जिसमें 38 लाख 39 हजार 728 यूनिट बिजली की चोरी शामिल है। इसके अतिरिक्त, 302 उपभोक्ताओं द्वारा अप्रत्यक्ष या गैर-आवश्यक कारणों से बिजली के दुरुपयोग के मामले में भी सख्त कार्रवाई की गई है। वहीं, 171 चोरों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। महावितरण ने बिजली चोरी के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए इन सभी 4,196 उपभोक्ताओं पर चोरी के बिल के साथ जुर्माना भी लगाया है। इनमें से 3,878 उपभोक्ताओं से समझौते के तहत 1 करोड़ 23 लाख 89 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया है. आंकड़ों के अनुसार, तारों पर सीधे कनेक्शन (हुकिंग) के माध्यम से बिजली चुराने वाले 2,345 उपभोक्ताओं का मामला सामने आया है। जबकि 1,851 उपभोक्ताओं ने मीटर में छेड़छाड़, मीटर बंद करना, रिमोट कंट्रोल के ज़रिए मीटर को बंद करना, मीटर में छेद कर मीटर की गति कम करना जैसे तकनीकी तरीकों से बिजली की चोरी की है। अत्यंत चौंकाने वाली बात यह भी रही कि 302 उपभोक्ताओं ने अप्रत्यक्ष रूप से 3,132 यूनिट बिजली का दुरुपयोग किया, जिससे 83 लाख 44 हजार रुपये का नुकसान हुआ। इसके लिए भी इन पर जुर्माना लगाया गया है। महावितरण द्वारा लगातार बिजली चोरी रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। नागपुर मंडल में विशेष अभियान के दौरान उजागर हुई चोरी की घटनाओं में चोरों द्वारा अपनाई गई तकनीकें देख अधिकारी भी हैरान रह गए। इसमें मीटर में बेहद चालाकी से बदलाव करना, रिमोट से मीटर बंद करना, और पीछे से छेद कर मीटर की गति धीमी करना जैसे नए-नए तरीके शामिल हैं। अब महावितरण ने इस अभियान को और तीव्र करने का निर्णय लिया है। इसके तहत, दोषपूर्ण मीटरों और औसत बिल वाले सभी उपभोक्ताओं की जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही, बकाया बिल के कारण जिनका बिजली कनेक्शन स्थायी रूप से काटा गया है और जिन्होंने ‘अभय योजना’ का लाभ नहीं लिया, उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है। महावितरण ने बताया कि अवैध लोड के कारण ट्रांसफॉर्मर और बिजली लाइनों पर अधिक भार पड़ता है, जिससे ट्रांसफॉर्मर फेल होना, शॉर्ट सर्किट और बिजली आपूर्ति में बाधा जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसका खामियाजा ईमानदार उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है और कंपनी को भी आर्थिक नुकसान होता है। महावितरण ने नागरिकों से अपील की है कि वे अधिकृत मीटर से ही बिजली का उपयोग करें और नियमित रूप से बिजली बिल का भुगतान करें।
नागपुर जिले में बिजली चोरी के 1225 चौंकाने वाले मामले उजागर; करोड़ों की बिजली चोरी!
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DESK NEWS. महाराष्ट्र…