
मुंबई आतंकी हमले में बचने वाला यहूदी बच्चा मोशे अपने दादा के साथ भारत दौरे पर है. वह करीब नौ साल बाद पहली बार भारत आया है. मोशे के दादा रब्बी नैचमैन होल्त्जबर्ग का कहना है कि पाकिस्तान को आतंकवाद पर अपनी नीति पर फिर से गौर करना चाहिए.
पाकिस्तान बच्चों को भी आतंकवादी बना रहा है.
उन्होंने बुधवार को कहा कि प्रेम और लगाव का प्रसार करना इस दुनिया में ‘एकमात्र विजय’ है. होल्त्जबर्ग ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘पाकिस्तान को यह बेहतर ढंग से जानना चाहिए कि लोग किस चीज का सामना कर रहे हैं. पिता, भाई, पत्नी और बच्चे के दुखों को देखना चाहिए.’’ पाकिस्तान लोगों को खासकर बच्चों को आतंकवादी बनने की ‘शिक्षा दे रहा है’ और आतंक की गतिविधियों को विजय नहीं कहा जा सकता.
उन्होंने कहा, ‘‘अच्छाई और दयालुता का संदेश फैलाने में ही विजय है.’’
मुंबई हमले में माता-पिता को खोया
साल 2008 में मुंबई हमले में 2 साल (उस समय की उम्र) के मोशे होल्त्जबर्ग की जान बच गई थी जबकि उनके माता-पिता की इस हमले में मौत हो गई थी. पाकिस्तान से आए 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई स्थानों पर हमला किया था. इनमें एक स्थान नरीमन हाउस (चबाड हाउस) भी था. जिसमें मोशे के माता पिता की मृत्यु हो गई थी.
मोदी ने भी की थी मुलाकात
पिछले साल अपनी इजरायली यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने उस समय एक बच्चे मोशे से मुलाकात की थी और उसे भारत आने के न्योता दिया था. मोशे इस बार भारत आया तो वह भी पीएम मोदी से मुलाकात करना चाहता था. 17 जनवरी यानी कल मुंबई में इजरायली पीएम के साथ मौजूद था. आज यानी 18 जनवरी को पीएम मोदी, पीएम नेतन्याहू के साथ मोशे भी चाबाड हाउस का दौरा करेगा.